मार्च लूट को रोकने की पहल, खजाने पर रहेगा विजिलेंस का सख्त पहरा

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Online Desk (22 March) नयी तकनीक के आने के बाद यूं तो मार्च लूट की परंपरा खत्म हो गयी है। परंतु कार्य विभागों में वित्तीय वर्ष की समाप्ति पर अवैध निकासी की संभावना बनी रहती है। इसके मद्देनजर सरकार ने राज्य मुख्यालय समेत अन्य जिलों में भी निगरानी का सख्त पहरा रहेगा। इसके लिए अलग-टीमें गठित की गयी है। ये सभी टीम गुरूवार से काम करने लगी है तथा 31 मार्च तक आवटिंत कोषागरारों पर तैनात रहेगी। इसके अलावा मुख्यालय स्तर से भी एक विशेष टीम बनी है जो शिकायत मिलने पर तुरंत वहां धमकेगी व आवश्यक कार्रवाई करेगी।

वित्त विभाग कई वर्ष से पूर्व यह व्यवस्था कर रखी है कि अवैध निकासी या विपत्रों के ससमय भुगतान करने के लिए 25 मार्च तक ही सभी प्रकार के विपत्र कोषागारों में समर्पित करने को कहा था। किसी जमाने पर राशि की निकासी के लिए वित्तीय वर्ष के अंतिम दिन 31 मार्च को एक्सप्रेस ऑडर निकाला जाता था, परंतु अब इस परिपाटी को खत्म कर दी गयी है। नयी व्यवस्था के तहत 25 मार्च तक सभी प्रकार के विपत्र कोषागारों में जमा कर देना है। आवश्यक होने पर विशेष परिस्थिति में वित्त विभाग की सहमति के बाद नियमों को शिथिल किया जाता है इसक बाद राशि की निकासी की जाती है। वह भी जितनी आवश्यकता है उतनी ही राशि की निकासी होगी। वित्त विभाग में खजाने से राशि की निकासी कर पीएल या पीडी खाते में पार्क करने पर सख्ती से रोक लगा दिया है।

निगरानी विभाग ने खजाने पर पर निगरानी को लेकर जो व्यवस्था की है उसके अनुसार विजिलेंस ब्यूरो के अफसर और प्रमंडलीय आयुक्त कार्यालय में तैनात एकएडीएम स्तर के अधिकारी तथा किसी भी कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता स्तर के अधिकारी किसी भी तरह की सूचना मिलने पर त्वरित कार्रवाई के लिए रवाना हो जायेंगे। इसके अतिरिक्त इस टीम की मॉनीटरिंग में जिला स्तरीय कोषागारों पर वहां की गतिविधियों की मॉनीटरिंग की जायेंगे। विभाग ने मुख्यालय स्तरी सिंचाई विभाग कोषागार, विकास भवन कोषागार एवं विश्वेश्वरैया भवन स्थित कोषागार के लिए विशेष टीम का गठन किया गया है। इसमें निगरानी के उप सचिव मो जहांगीर आलम, विजिलेंस के कार्यपालक अभियंता निलेश प्रिय होंगे।

इसके अतिरिक्त पटना जिला में अन्य जगहों पर अवस्थित कोषागारों के लिए प्रमंडलीय आयुक्त अलग से जांच दल का गठन किया जायेगा। प्रमंडलीय आयुक्त इस जांच दल के वाहन सहित अन्य सुविधायें उपलब्ध कराने को कहा गया है। इसके अलावा सुपर टीम र्भी ठित की गयी है। इसमें निगरानी विभाग के संयुक्त सचिव रामांशंकर, कार्यपालक अभियंता नवीन कुमार के अलावे मगध प्रमंडल के लिए आरक्षी निरीक्षके शालीग्राम कुमार, तिरहुत के लिए उपेंद्र कुमार, सारण के लिए शहनवाज खान, कोसी के लिए ईश्वर प्रसाद, पूर्णिया के लिए उमाशंकर सिंह, भागलपुर के लिए ईश्वर चौधरी तथा मुंगेर के लिए सिकंदर मंडल को टीम में रखा गया है।

Leave a Comment

[democracy id="1"]