होली को लेकर बनी है दुविधा; काशी के ज्योतिष 25 को जबकि स्थानीय ज्योतिष पंचांग के अनुसार 26 को बता रहे है होली

👇खबर सुनने के लिए प्ले बटन दबाएं

Online Desk/23 March : होली को लेकर पिछले कुछ दिनों से कुछेक लोग संशय बनाये हुए है, लेकिन जो स्थिति बनी हुई है इंकार नहीं किया जा सकता कि इस बार होली दो दिन मन सकती है। बताया जाता है कि भद्रा का साया और पूर्णिमा का मान दो दिन रहने के कारण होलिका दहन और रंगोत्सव यानी होली की तिथि को लेकर संशय है। पंचांगों में होलिका दहन 24 मार्च को होगा जबकि होली 26 को मनाई जायेगी। हालांकि कुछ लोग 25 को हीं होली मनाने की भी बात कह रहे है। काशी के पुरोहितों ने पहले हीं 25 को होली होने की बात कह चुके है।

स्थानीय ज्योतिष का कहना है कि शुक्ल पक्ष प्रदोष व्यापिनी एवं मध्य रात्रि में पूर्णिमा के संयोग से होलि. का दहन मनाया जाता है। 24 मार्च को पूर्णिमा दिन में 09:24 बजे से शुरू होकर पूरी रात्रि रहेगी और 25 मार्च को दिन में 11:40 बजे तक पूर्णिमा रहेगी, जबकि भद्रा का साया 24 की रात में 10:28 बजे तक है। संपूर्ण रात्रि पूर्णिमा का मान रहने और भद्रा का सया खत्म होने के बाद 24 मार्च रविवार की रात 10:28 बजे के बाद होलिका दहन होगा।

होलिका दहन का मुहूत 2 घंटा 10 मिनट का होगा। होली यानी रंगोत्सव का त्योहार चैत्र कृष्णपक्ष प्रतिपदा तिथि को मनाया जाता है। 25 मार्च को पूर्णिमा दिन में 11:40 बजे तक है उसके बाद प्रतिपदा तिथि है। जबकि 26 मार्च को प्रतिपदा पूरा दिन होगा और इस दिन की शुरुआत प्रतिपदा से होगी। ऐसे में इसी तिथि पर रंगोत्सव मनाया जाना श्रेयस्कर होगा।

Leave a Comment

[democracy id="1"]