सील हुई रामनगरी, बिना पास प्रवेश नहीं; SPG ने कब्जे में लिया आयोजन स्थल

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अयोध्या। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम को लेकर रामनगरी सील हो चुकी है। सभी प्रवेश मागौँ पर सुरक्षा घेरा सख्त कर दिया गया है। यहां से बिना पास के किसी को भी प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। सुरक्षा एजेंसियों ने प्रधानमंत्री समेत अन्य अतिथियों के गुजरने वाले मार्ग पर बने मकानों का सत्यापन किया है। इनके छतों पर भी कार्यक्रम के दौरान सशस्त्र जवान मुस्तैद रहेंगे। प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर रामनगरी का सुरक्षा घेरा सख्त किया गया है। शनिवार की रात से ही जिले समेत अयोध्या धाम की सीमाएं सील कर दी गई हैं। अयोध्या धाम को जाने वाले मार्गों उदया चौराहा, साकेत पेट्रोल पंप, रानोपाली, टेढ़ी बाजार, मोहबरा, बूथ नंबर चार, बालूघाट, नयाघाट, रेलवे स्टेशन आदि पर सुरक्षा व्यवस्था चुस्त कर दी गयी। यहां सिविल पुलिस के अलावा अर्ध सैनिक बलों के जवान भी तैनात किए गए हैं। किसी को भी यहां से वाहन लेकर अंदर प्रवेश करने की अनुमति नहीं होगी।

कार्यक्रम स्थल पर सिर्फ अतिथि, व्यवस्था से जुड़े लोग व सुरक्षाकर्मी ही रहेंगे। उदया चौराहा से लेकर लता मंगेश्कर चौक तक दोनों पटरियों पर बैरिकेडिंग की गयी है। दुकानों को बंद करने के निर्देश तो नहीं हैं लेकिन दुकानों के सामने भी बैरिकेडिंग की गयी है, जिससे आवागमन बाधित रहेगा।

आकर्षक लाइटिंग से जगमगाया राम मंदिर

सदियों के इंतजार के बाद वो समय आ गया है जब दुनिया भर में फैले करोड़ों रामभक्त भव्य राम मंदिर में अपने प्रभु के दर्शन कर सकेंगे। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा के बाद मंदिर आम लोगों के लिए खोल दिया जाएगा और हर कोई दर्शन कर सकेगा। सोमवार को देश भर में लोगों से राम ज्योति जलाने का आग्रह किया गया है। प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के लिए मंदिर को अंदर से बेहद भव्य तरीके से सजाया गया है। मंदिर को अंदर से फूलों से सुसज्जित किया गया है। वहीं, अलग- अलग तरह की प्रकाश व्यवस्था मंदिर को दर्शनीय बना रही हैं।

प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रमों को लेकर न प्रसारित हो अफवाह

अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रमों के बीच सोशल मीडिया पर मंदिर के बारे में किसी भी तरह के अफवाह और गलत सूचना को लेकर सरकार ने सख्ती दिखायी है। उत्तर प्रदेश सरकार ने शनिवार को मीडिया आउटलेट्स और सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को एक एडवाइजरी जारी की, जिसमें उन्हें अयोध्या में 22 जनवरी के राम मंदिर कार्यक्रम से संबंधित किसी भी झूठी या हेरफेर की गयी सामग्री को प्रकाशित करने के प्रति आगाह किया गया। सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा जारी की गयी सलाह में कहा गया है कि यह देखा गया है कि कुछ असत्यापित, उत्तेजक और फर्जी संदेश फैलाए जा रहे हैं, खासकर सोशल मीडिया पर, जो सांप्रदायिक सद्भाव और सार्वजनिक व्यवस्था को बिगाड़ सकते हैं। अयोध्या में राम लला की मूर्ति का प्रतिष्ठा समारोह 22 जनवरी को आयोजित किया जाएगा।


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