पटना (18 फरवरी)। मौसम विभाग ने बिहार के कई जिलों में बारिश की संभावना जतायी है। मौसम विभाग का कहना है कि किशनगंज, अररिया, पूर्णिया, कटिहार, सहरसा, मधेपुरा, सुपौल, और मधेपुरा पश्चिम चंपारण, पूर्वी चंपारण, गोपालगंज, और सिवान गया, जहानाबाद, अरवल, और रोहतास में 20-21 फरवरी को हल्की बारिश की संभावना जतायी गयी है। मौसम विभाग ने कहा है कि आम लोगों को भी सलाह दी जाती है कि वे मौसम के बदलाव के अनुसार ही कपड़े पहनें और सावधानी बरतें। साथ ही किसानों को सलाह दी जाती है कि वे अपनी फसलों का ध्यान रखें और मौसम विभाग की सलाह के अनुसार ही काम करें। बताया गया है कि पश्चिमी विक्षोभ कमजोर पड़ रहा है, जिससे बिहार में ठंड में कमी आयेगी। 22 फरवरी के बाद न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहने की संभावना है। हवा की गति और धूप निकलने के कारण तापमान में वृद्धि हुई है।
18 फरवरी को पटना का अधिकतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शनिवार, 18 फरवरी 2024 से बिहार में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। हवा की रफ्तार तेज हो गयी है और धूप निकलने के बाद ठंड का असर कम हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार, पश्चिमी विक्षोभ के आने से बिहार का मौसम बदलने लगा है। शनिवार से बिहार में हवा की गति में वृद्धि हुई है। 20 फरवरी तक हवा की गति 20-25 किलोमीटर प्रति घंटा तक रहने की संभावना है।
मौसम विज्ञान केंद्र पटना से 18 फरवरी को जारी मौसम बुलेटिन में बताया गया है कि विगत 24 घंटे के दौरान राज्य का मौसम शुष्क रहा। प्रदेश का सर्वाधिक अधिकतम तापमान 29.1 डिग्री सेल्सियस मधुबनी में एवं सबसे कम न्यूनतम तापमान मोतिहारी में रहा। राज्य का औसत अधिकतम तापमान 26.5 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 11.6 डिग्री सेल्सियस रहा। रविवार के मौसम विश्लेषण के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ चक्रवातीय परिसंचरण के रूप में औसत 3.8 किलोमीटर ऊपर उत्तर पाकिस्तान एवं आसपास के क्षेत्र में मौजूद है, जिसका प्रभाव बिहार राज्य में विशेष कर उत्तर बिहार के क्षेत्र में 20 फरवरी से देखा जा सकता है।
अगले दो दिनों के दौरान राज्य का मौसम शुष्क बना रहेगा, तत्पश्चात अगले तीन दिनों के दौरान उत्तर बिहार के उच्च स्थान एवं दक्षिण बिहार के एक या दो स्थानों में हल्की से मध्यम स्तर की वर्षा के साथ मेघ गर्जन वज्रपात की भी संभावना है। 48 घंटे के दौरान राज्य की न्यूनतम तापमान में 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखी जा सकती है और कोई विशेष परिवर्तन नहीं होने का पूर्वानुमान है।