पटना, 22 मार्च। अवधेश राय बेगूसराय से महागठबंधन के उम्मीदवार होंगे। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सी.पी.आई) के राष्ट्रीय महासचिव डी. राजा ने प्रेसवार्ता में आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उक्त बातें कहीं। लोकसभा चुनाव-2024 की प्रक्रिया शुरू हो जाने के मध्य आरएसएस भाजपा नीत नरेंद्र मोदी की सरकार जिस निर्लज्जतापूर्वक लोकतंत्र का गला घोंटने और संवैधानिक संस्थाओं का मनमाना दुरुपयोग कर विपक्ष को निरस्त्र करने की राह पर उतावली होकर अटलतापूर्वक चलती जा रही है वह न सिर्फ चिंताजनक व निंदनीय है, वरन लोकतंत्र और संविधान पर आसन्न गंभीर खतरे की घंटी है।
उन्होने कहा कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की ईडी के द्वारा धोखे से की गयी गिरफ्तारी, तमिलनाडु के राज्यपाल द्वारा वहां के मुख्यमंत्री की सिफारिश पर के. पानमुडी को मंत्रीपद की शपथ दिलाने से इन्कार पर सर्वोच्च न्यायालय की फटकार, एलोक्टोरल बाण्ड घोटाले को लेकर उसपर उसके द्वारा की जा रही कार्रवाई को लेकर उसकी तल्ख टिप्पणी और इस पर भाजपा की चुप्पी इस खतरे के ताजातरीन ज्वलंत उदाहरण हैं। अलावे, नागरिकता संशोधन अधिनियम (सी.ए.ए) को लागू करने के लिए चुनावी दौर का चयन सांप्रदायिक ध्रुवीकरण की साजिश का ही भंडाफोड़ करता है।
कुल मिलाकर लोकतंत्र और संविधान पर आसन्न खतरों को निरस्त करने के लिए जरूरी है कि आगामी लोकसभा चुनावों में संघ-भाजपा गठजोड को करारी शिकस्त देकर उसे केंद्रीय सत्ता से बेदखल किया जाये और प्रगतिशील देशभक्त, धर्मनिरपेक्ष व लोकतांत्रिक शक्तियों की सरकार इण्डिया के नेतृत्व में स्थापित कर समावेशी राष्ट्रीय विरासत, राष्ट्रीय संपदा, लोकतंत्र और संविधान की रक्षा की जाये। इसी उद्देश्य के साथ भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी चुनावी समर में इण्डिया ब्लाक के साथ उतर रही है।
डी. राजा ने कहा कि बिहार में भाकपा ने महागठबंधन के घटक के रूप में बेगूसराय लोकसभा सीट से पूर्व विधायक अवधेश कुमार राय को अपना प्रत्याशी बनाने का निर्णय लिया है और अन्य सीटों पर सहमति बनाने के लिए अपना विकल्प खुला रखा है। इस आशय का निर्णय कल यहां पार्टी की राज्य कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी महासचिव डी राजा, राष्ट्रीय सचिव-द्वय नागेंद्र नाथ ओझा और रामकृष्ण पांडा की मौजूदगी में लिया गया।
प्रेस वार्ता में उक्त तीनों राष्ट्रीय नेताओं के अलावे पार्टी के राज्य सचिव रामनरेश पांडेय समेत उनके सचिवमंडल के सदस्यगण राम बाबू कुमार, ओम प्रकाश नारायण, प्रमोद प्रभाकर, राम लाला सिंह, संजय कुमार, विजय नारायण मिश्र, मिथिलेश झा, एम. जब्बार आलम वगैरह उपस्थित थे।