पटना (5 जनवरी, 2024)। जेलों में सामान की आपूर्ति करने वा ले आपूर्तिकर्ता आलोक कुमार के ठिकाने पर शुक्रवार को स्पेशल विजिलेंस यूनिट ने छापेमारी की। पटना के अलावा नोएडा में अन्य शहरों में भी उसकी कई संपत्तियां मिली हैं। आरोप है कि आलोक कुमार जेल अधिकारियों की काली कमाई का निवेश करता था और खुद भी अवैध तरीके से संपत्ति बना रहा था।
एसवीयू की टीम शुक्रवार सुबह में ही पटना में एजी कॉलोनी के समीप स्थित बैंक ऑफ इंडिया कॉलोनी में आरोपी के आवास पर पहुंची। वहां देर शाम तक छापेमारी के दौरान आरोपित से जुड़े नोएडा एवं पटना में जमीन एवं भवनों के दस्तावेज सहित अन्य कागजातों को जब्त किया गया। एसवीयू की टीम ने उसके के बैंक खातों एवं लॉकर इत्यादि की भी जानकारी ली है। देर शाम तक छापेमारी जारी रही।
सूत्रों के अनुसार, एसवीयू की छापेमारी में आलोक के पास बड़ी संपत्ति की जानकारी मिली है। इसमें नोएडा में जमीन में निवेश की बात सामने आई है। इसके अलावा पटना में माल और पेट्रोल पंप के बारे में भी जानकारी जांच टीम को मिली है। इससे जुड़े दस्तावेजों की जांच की जा रही है। हालांकि, जांच अधिकारी अभी छापेमारी के बारे में कुछ भी बोलने से इन्कार रहे हैं। दस्तावेजों की जांच जारी है। जांच के आधार पर पैसों के निवेश करने वाले अन्य अधिकारियों पर भी कार्रवाई हो सकती है।
एसवीयू सूत्रों के अनुसार, 11 अप्रैल 2021 को तत्कालीन एआईजी रूपक कुमार के यहां छापेमारी हुई थी। उस छापेमारी के क्रम में निवेश संबंधी दस्तावेजों को जब्त किया गया था। इन दस्तावेजों को खंगालने के दौरान आरोपी आलोक कुमार के बारे में एसवीयू को कई महत्वपूर्ण सुराग मिले थे। जिसमें जेल प्रशासन के अधिकारियों से संबंध बनाकर आरोपित आलोक कुमार द्वारा करोड़ों की संपत्ति बनाने का खुलासा हुआ है।