सुपौल में निर्माणाधीन पुल का गार्डर गिरा; एक की मौत, कई घायल

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सुपौल, 22 मार्च। बिहार के सुपौल में बन रहा देश का सबसे बड़ा पुल जो बकौर से मधुबनी जिले के उज्जैन स्थान मंदिर तक पुल का निर्माण दिसंबर 24 तक होना है, लेकिन निर्माण के दौरान ही इस पुल का गार्टर क्षतिग्रस्त हो गया। बताया गया है कि पुल का तीन पिलर का गार्टर गिर गया है। घटना शुक्रवार की सुबह करीब सात बजे की बताई जा रही है। इस र्दुघटना में कई मजदूरों के दबने की सूचना है। जिनका रेस्क्यू किया जा रहा है।

इस पुल को भारत माला परियोजना के तहत बनाया जा रहा है। इस पुल में कुल 171 पिलर बन रहे हैं जिसमें डेढ़ सौ से ज्यादा पिलर का निर्माण हो चुका है। एप्रोच पथ का काम होना बाकी है। बता दें कि मधुबनी और सुपौल के बीच बकौर पुल का निर्माण किया जा रहा है। यह देश का सर्वाधिक लंबा पुल है। असम के भूपेन हजारिका ब्रिज से भी एक किलोमीटर लंबा है। पुल की लंबाई लगभग 10.2 किलोमीटर है। इस महापुल के बनने से पुल सुपौल और मधुबनी के बीच की दूरी सिमटकर 30 किलोमीटर की रह जाएगी। इस पुल के न होने पर बरसात में संपर्क कट जाता था। यही नहीं 100 किलोमीटर की दूरी भी बढ़ जाती थी। फरवरी 2012 में कोसी महासेतु पुल का निर्माण हुआ जो गुजरात के बागडोर से आसाम गुवाहाटी को जाती है।

कोसी महासेतु पुल बनने से मिथिलांचल का सपना हुआ सरकार

मधुबनी और सुपौल में रिश्ते बड़ी नदी बीच में होने की वजह से सुपौल का निर्मली और मरौना अलग भाग में बटा हुआ था, जो पुल सुपालव बनने से आवागमन होने से एक हो गई है। घटना स्थल पर जिलाधिकारी सुपौल कौशल कुमार, और पुलिस अधीक्षक सुपौल शैशव यादव एवं जिले के काफी संख्या में पुलिस बल और एनडीआरएफ की टीम तत्पड़ दिखी। इसके अलावे सभी प्रकार के पुलिस बल और प्रशासनिक अधिकारियों को भी घटनास्थल पर बुलाया गया था।

जिलाधिकारी कौशल कुमार ने बताया कि इस दुर्घटना में एक मजदूर की मौत हुई है वहीं सात मजदूर सुपौल के एक निजी मिथिला अस्पताल में भर्ती है। क्रेन आने बाद स्पैल को तोड़ा जाएगा। समाचार प्रकाशित किये जाने तक क्रेन आ चुकी थी साइड से मिट्टी हटाई जा रही थी। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक लोगों को शांत कर रहे थे।

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