नीतीश कुमार ने सोमवार को विधानसभा में बहुमत हासिल कर लिया है। वहीं इस दौरान पार्टी के दो विधायक बीमा भारती और दिलीप राय सदन से अनुपस्थित रहे । अब इन दोनों विधायकों के अपहरण को लेकर कोतवाली थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। मामले में जदयू की तरफ से अपने ही पार्टी के विधायक डा. संजीव और राजद के नेताओं को आरोपी बनाया गया है । दस करोड़ या मंत्री पद का दिया गया था ऑफर।
इस मामले में हरलाखी विधानसभा से जदयू के विधायक सुधांशु शेखर ने कोतवाली में दर्ज कराई शिकायत में बताया है कि 9 फरवरी की रात 8ः32 मिनट पर मुझे मेरे मेहमान रणजीत कुमार का हाजीपुर से मेरे मोबाइल नबर 8809041093 पर वाट्सएप पर कॉल आया। उन्होंने मुझसे कहा कि इंजिनियर सुनील आये हैं, आपसे बात करना चाहते हैं। जब मैंने उनसे बात किया तो वे बोले कि आप महागठबंधन के साथ आ जाइये। अभी 5 करोड़ दे देते हैं और 5 करोड़ काम होने के बाद देंगे। नहीं तो मंत्री पद ले लीजिये। मैंने उनसे बाद में सोचकर बताते हैं, कहकर टाल दिया। उसने कहा कि कहियेगा तो हम डेरा पर आ जायेंगे, किदवईपूरी पटना में ही रहते हैं।
सुधांशु शेखर ने बताया कि इसी तरह 10 फरवरी को 10.11 बजे सुबह पूर्व मंत्री नागमणि कुशवाहा के नंबर से वाट्सएप कॉल आया कि अखिलेश जी आपसे बात करना चाहते हैं, जल्द ही संपर्क करेंगे। पुनः एक घंटे के बाद 11.02 मिनट पर 32460220333 नंबर से इन्टरनेट कॉल आया। बात करनेवाले व्यक्ति ने अपना नाम अखिलेश बताया और स्वयं को राहुल गांधी का करीबी बताया और कहा कि आप हमारे साथ आ जाइये एवं इसके बदले में जो भी आपका डिमांड होगा, पूरा होगा। विश्वासमत प्रस्ताव में हमारे गठबंधन का सपोर्ट कीजिये।
हरलाखी विधायक ने बताया कि मेरे साथी विधायक कृष्ण मुरारी शरण, 175 हिलसा विधानसभा, जिला नालंदा ने बताया कि उन्हें भी राजद प्रवक्ता शक्ति यादव का दिनांक 30-31 जनवरी को फोन आया जो कह रहे थे कि एक व्यक्ति आपसे सुबह में मिलेगा बात कर लीजियेगा। दूसरे दिन सुबह हिलसा क्षेत्र का ही रहनेवाला एक व्यक्ति उनसे मिला और कहा कि 12 फरवरी को विश्वासमत प्रस्ताव में राजद के पक्ष में वोट करिए। आपको मंत्री पद दिया जायेगा या जितना पैसा डिमांड कीजियेगा, मिलेगा। तो उन्होंने उस व्यक्ति को तुरंत घर से जाने के लिए कह दिया।
उन्होने कहा कि मुझे यह भी जानकारी मिली है कि मेरे पार्टी के विधायक निरंजन कुमार मेहता को भी विश्वासमत प्रस्ताव में राजद के पक्ष में वोट करने के लिए प्रलोभन व धमकी दी गई है। इस सन्दर्भ में पूछने पर ज्यादा जानकारी नही है। सुंधाशु शेखर ने बताया कि इस पूरे प्रकरण में मेरे दल के विधायक डॉ. संजीव कुमार, परबत्ता विधानसभा की भूमिका संदिग्ध है। ये भी पार्टी के कई विधायकों को राजद के पक्ष में वोट करने के लिए प्रलोभन एवं धमकी दे रहे हैं। मुझे साथी विधायकों से यह जानकारी प्राप्त हुई है कि मेरे दल के विधायक बीमा भारती, विधायक दिलीप राय को डरा धमका कर जबरन अपहरण कर लिया गया है ताकि 12 फरवरी को होने वाले विश्वासमत प्रस्ताव में मेरे पार्टी के खिलाफ वोट देने के लिए मजबूर किया जा सके । उपरोक्त विधायकों के बारे में सभी संपर्क सूत्र एवं उनके परिवारजनों से पूछताछ करने पर अबतक उनका पता नहीं चल पाया है। ऐसी आशंका है कि मेरे दल के विधायक डॉ संजीव कुमार तथा राजद पार्टी से जुड़े इंजीनियर सुनील, निवासी किदवईपुरी, पटना एवं उनके अन्य अजात सहयोगियों द्वारा आपराधिक षड्यंत्र कर उक्त अपहरण की घटना को अंजाम दिया गया है। अतः निवेदन है कि इस सम्बन्ध में अविलम्ब उचित कानूनी कारवाई करते हुए दोषी व्यक्तियों को गिरफ्तार किया जाय।
वही डीएसपी विधि व्यवस्था कृष्ण मुरारी प्रसाद ने कहा कि हरलाखी विधायक सुधांशु शेखर द्वारा दी गई आवेदन पर शिकायत दर्ज कर ली गई है। पुलिस के द्वारा मामले की जांच की जा रही है। जांच के बाद ही क्या कुछ निकलेगा उसे आगे बताया जाएगा।