पटना, 22 मार्च। भाकपा माले महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा है कि चुनाव आयोग भले ही चुनावों में समान अवसर सुनिश्चित करने का दावा कर रहा हो, लेकिन मोदी सरकार ने विपक्ष के खिलाफ चौतरफा युद्ध छेड़ दिया है। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और कांग्रेस के बैंक खाते को जब्त करना इस युद्ध के बड़े पैमाने पर बढ़ने के स्पष्ट संकेत हैं। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बाद अरविंद केजरीवाल दूसरे ऐसे चुने हुए मुख्यमंत्री हैं, जिन्हें राजनीतिक कारणों से ऐसे आरोपों में, जिन्हें साबितकर पाना भी मुश्किल होगा, गिरफ्तार किया गया है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया और आम आदमी पार्टी के राज्य सभा सदस्य संजय सिंह भी जेल में हैं। जैसा कि मोदी राज में दस्तूर बन गया है कि अभी तक न तो चार्जशीट बन पायी है और न ही मुकदमा चलने की कोई स्थिति है। फिर भी इन नेताओं को जमानत नहीं मिल पायी है।
उन्होंने कहा कि पिछले दस सालों में इडी द्वारा लगाये गये मुकदमों में 95 प्रतिशत विपक्षी नेताओं पर लगे हैं। स्पष्ट है मोदी सरकार की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ बोलनेवाले सभी विपक्षी दलव नेताओं को राजनीतिक बदले की भावना से फंसाया जा रहा है। भाजपा केन्द्रीय एजेंसियों का दुरूपयोग विपक्ष के नेताओं को डराने-धमकाने के लिए इस्तेमाल कर रही है। इनमें गैर भाजपा शासित राज्यों के नेताओं को खासतौर पर निशाना बनाया जा रहा है। अब तो कांग्रेस पार्टी का बैंक अकाउंट भी फ्रीज कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि जब इलेक्टोरल बांड घोटाले में पूंजीपतियों से हजारों करोड़ जमा करने के आरोप में भाजपा खुद कठघरे में है, ऐसे में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी सवाल खड़े करती है। सर्वोच्च न्यायालय ने इलेक्टोरल बांड को असंवैधानिक करार देकर उसका हिसाब मांग लिया है, तब यह तानाशाह गिरफ्तारी भी माहौल को बदलनेमें भाजपा के काम नहीं आ पायेगी।