(Bihar Express Desk)
पटना, 08 जनवरी। राज्य सरकार के शिक्षा विभाग द्वारा सोमवार को बुलायी गयी कुलपतियों एवं कुलसचिवों की बैठक में तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जवाहर लाल एवं कुलसचिव गिरजेश नंदन कुमार बातों से आपस में भिड़ गये। इसे कुलपति का अपमान बताते हुए कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति को छोड़ बाकी सभी विश्वविद्यालयों के कुलपतियों ने बैठक का बहिष्कार किया। इस बीच तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने कुलसचिव पद से गिरजेश नंदन कुमार को निलंबित कर दिया है। बैठक का बहिष्कार करनेवाले सभी कुलपति बाद में राजभवन भी गये, लेकिन राज्यपाल सह कुलाधिपति से उनकी मुलाकात नहीं हो पायी।
दरअसल, शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी पारंपरिक विश्वविद्यालयों के कुलपतियों एवं कुलसचिवों सहित संबंधित उच्चाधिकारियों की बैठक सोमवार को बुलायी थी। इसके लिए विश्वविद्यालयों को पहले ही एजेंडे भेजे गये थे। उसी तय एजेंडे के तहत बैठक शुरू हुई। चूंकि, शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के. के. पाठक अवकाश पर थे। इसलिए बैठक शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव की अध्यक्षता में शुरू हुई। बैठक में विभाग के सभी संबंधित अधिकारी शामिल थे।
बैठक में शामिल प्रत्यक्षदर्शियों की मानें, तो तय एजेंडे के तहत रोस्टर क्लियरेंस का मामला आते ही तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने अपने विश्वविद्यालय में यह कार्य लंबित रहने के लिए कुलसचिव गिरजेश नंदन कुमार को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि इससे संबंधित फाइल उन्हीं के पास लंबित है। कुलपति बोल ही रहे थे कि बीच में कुलसचिव गिरजेश नंदन कुमार ने कुलपति पर पलटवार करते हुए कहा कि इससे संबंधित फाइल उनके पास नहीं है, फाइल कुलपति के पास ही है। तू-तू, मैं-मैं के बीच इसे कुलपति का अपमान बताते हुए कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति को छोड़ बाकी सभी विश्वविद्यालय के कुलपति बैठक का बहिष्कार कर शिक्षा विभाग के डॉ. मदन मोहन झा स्मृति सभागार के बाहर निकल गये।
कुलपतियों के बहिष्कार के बाद भी बैठक चलती रही। उसमें सभी विश्वविद्यालयों के कुलसचिव एवं बुलाये गये अन्य अधिकारी शामिल रहे। हालांकि, कुलपतियों के बहिष्कार के बाद शिक्षा विभाग के सचिव बैद्यनाथ यादव ने तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलसचिव गिरजेश नंदन कुमार को बैठक से बाहर कर दिया। उन्हें घंटे भर बाद बुलाया गया । इस बीच तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जवाहर लाल ने बताया कि उन्होंने कुलसचिव पद से गिरजेश नंदन कुमार को निलंबित कर दिया है। विश्वविद्यालय के आदेश के मुताबिक अनुशासनहीनता एवं आदर्श सेवा संहिता के विरुद्ध आचरण के मद्देनजर निलंबन किया गया है।